Skip to main content

Fly high in the limitless sky

I can not make you understand with my words if you are not able to understand me in silence. And i always think that why your eyes recognised me but you did not? May be your wings also tied up to fly high and enjoy the wonder of this limitless sky.

Thanks for letting it go.

Comments

Popular posts from this blog

काश कोई होती

काश कोई होती जिस पर कविता कभी गज़ल लिखते कोई खूबसूरत  हसीन  नाम जिसका कादंबरी कभी मुमताज महल लिखते निर्मल होता मन जिसका पावन पवित्र ऐसा कभी उसको नर्मदा कभी गंगाजल लिखते गहरी आंखें जैसे कोई सागर मंत्रमुग्ध करती उसको कभी झील का कमल लिखते बातें ऐसी जो  अस्तित्व भुला दे डूब कर उसके भावों में जीवन का हल लिखते साथ होता ऐसा जैसे रात में चांदनी भूल कर गमों को अपने साथ उसके अपना कल लिखते छुपा लेती मुझे बचा लेती मुझे जीवन की धूप से साए को उसके अपना आंचल लिखते झटकती सुखाती अपने बालों को ऐसी बरसात की घटाओं का रंग काजल लिखते नहा कर  उसके प्यार में सब पाप मिट जाते ऐसे यार को पहली बरसात का बादल लिखते कोई पछतावा न रहता जीवन में हार जाने का जब नाम उसके साथ अपना पागल लिखते उसकी हंसी को संगीत बना कर जीवन का गीत पल पल लिखते अब वो नही है तो हमे क्या खबर कि हम  क्या क्या लिखते। (मेरे यार कविकास की अधूरी रचना ) *****

मेरा यार जब मुझसे रूबरू होगा -150220

वो पल बहुत ही खूबसूरत होगा   मेरा यार जब मुझसे रूबरू होगा   चौकस की चाय में दम होगा न होगा   पर अपना मिलना जरूर दमदार होगा   उसकी अटपटी बातेँ और पार्क का   हरेक फूल मदमस्त होगा   मेरा यार जब मुझसे रूबरू होगा   बोल   बोल के पका देगा या   शांत हो धीमी सी   हँसी  देगा   पर जो भी देगा   मेरे मन आँगन में  स्वीकार होगा भूल जायेंगे दुनिया की बातेँ   फिर   होंगी  सिर्फ तेरी   मेरी बातें   चलना उसके कदमो के साथ   बहुत ही ध्यानमग्न होगा   मेरा यार जब मुझसे रूबरू होगा   मेरा यार जब मुझसे रूबरू होगा   _______________ यारो की शायरी मेरे लिए बहुत ख़ास है   कि तुम जैसे दोस्त मेरे पास है   हमेशा मेरे दिल में रहोगे   जब तक बाकि मुझमे सांस है   जब अकेला होता हूँ   तुम्हारी यादें मुझे घेर लेती है  ...