व्यर्थ का ज्ञान भर भर के मुझ पर क्यूँ यूँ थोप दिया, पांच साल का था जब मैं, कंधो पर यूँ बस्ते का बोझ दिया ! गिरते पड़ते मैं बोला खुद से, हाय इन ज़ालिमों ने लेली मेरी---( तस्सल्ली से) टॉफी चॉकलेट दिखा दिखा कर, प्रथम आने पर यूँ जोर दिया, इतिहास, विज्ञान, गणित को पढ़ कर मैंने अपना माथा फोड़ लिया ! आँखे तरसी, मन भी तरसा, रो-रो कर मैं बोला खुद से, हाय इन ज़ालिमों ने, फिर से लेली मेरी---( तस्सल्ली से) हर चीज़ को एक होड़ बनाया होड़ की दौड़ में हमको दौड़ाया, बिन जाने हम भी बन गए घोड़े, खाकर चना और कोड़े, फिर दौड़-दौड़ कर हम बोले खुद से, हाय इन ज़ालिमों ने लेली हमारी---( तस्सल्ली से) केबल, थिएटर डिश इत्यादि, सब पर लग गए ताले, क्यूंकि नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज ने, जेबो से सबके कच्छे फाड़े ! ब्लॅंकेटस के अंधेरो में, हमने भी खूब धूम मचाई, आँखें फोड़ी लग गया चश्मा, तब जाकर समझी हमने सच्चाई ! अब हम कहते सदमे में धीरे से, हाय इन ज़ालिमों ने, लेली हमारी ---( तस्सल्ली से) एक से एक से न्यू ऍप विद न्यू फीचर्स लायी सोशल मीडिया कम्पनीज
खुद से पककर जब तू टूटेगा न दिशा न कोई तेरा मंज़र होगा ले जाएँगी हवाएं जिस धरा पे तुझे वही तेरा एक मात्र निशाँ होगा