I'm a Traveller,
I am going ahead...
Neither I am birth, Nor death,
I'm just watching
a dream between both.
I'm a Traveller,
I am going ahead...
Libido, Anger, Arrogance
Greed and Endearment,
All are being burnt from
Whip of meditation by me.
I'm a Traveller,
I am going ahead...
I'm not bound by body and consciousness,
I am merging both of them with eternal and infinite.
I'm a Traveller,
I am going ahead...
I have been drawn from the ocean and
dragged into the pitcher,
I was in existence
before the creation of pitcher
and will be in existence after
the destruction of pitcher.
I'm a Traveller,
I am going ahead...
I don't do Love
I'm Love
I don't shine
I'm shine.
I'm leaving the belief of Doer behind
and sinking deep in the fact of Watchfulness.
I'm a Traveller,
I am going ahead...
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मुसाफ़िर
मैं हूँ मुसाफ़िर
मैं आगे बढ़ता जा रहा हूँ !!
ना मेरा जन्म ना मृत्यु है
मैं दोनों के मध्य
स्वपन को निहारता जा रहा हूँ !!
मैं हूँ मुसाफ़िर
मैं आगे बढ़ता जा रहा हूँ !!
काम क्रोध मद लोभ मोह
सभी को ध्यान के चाबुक से
जलाता जा रहा हूँ !!
मैं हूँ मुसाफ़िर
मैं आगे बढ़ता जा रहा हूँ !!
मेरी देह और चेतना की
कोई सीमा नहीं है
मैं इन्हे अनंत असीम के साथ
लयबद्ध किए जा रहा हूँ !!
मैं हूँ मुसाफ़िर
मैं आगे बढ़ता जा रहा हूँ !!
मैं सागर से निकाल कर
पात्र में डाला गया जल हूँ
मैं पात्र से पूर्व भी था और
पात्रोपरांत भी जीता जा रहा हूँ !!
मैं हूँ मुसाफ़िर
मैं आगे बढ़ता जा रहा हूँ !!
मैं प्रेम करता नहीं हूँ
मैं प्रेम हूँ
मैं चमकता नहीं हूँ
मैं चमक हूँ !!
इस अकर्ता होने के भाव को
गहन किये जा रहा हूँ !!
मैं हूँ मुसाफ़िर
मैं आगे बढ़ता जा रहा हूँ !!
मैं हूँ मुसाफ़िर
मैं आगे बढ़ता जा रहा हूँ !!
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Good one...
ReplyDeleteThanks bhai
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