हर पल जीना पल पल जीना हर पल जीना पल पल जीना जीवन एक बहता झरना दौड़ो भागो कुंदो फाँदो इच्छा पाकर फिर से मांगो समझो इसका क्या है कहना यह तो है एक सुंदर गहना तन्द्रा में ना बह जाने देना हर पल जीना पल पल जीना
खुद से पककर जब तू टूटेगा न दिशा न कोई तेरा मंज़र होगा ले जाएँगी हवाएं जिस धरा पे तुझे वही तेरा एक मात्र निशाँ होगा